- विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य, में ‘विकसित भारत@2047: युवा शक्ति’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान समारोह को संबोधित किया- प्रो.ए.डी.एन. वाजपेयी।
- युवा शक्ति की दृष्टि से दुनिया का नेतृत्व कर रहा है भारत- प्रो. ए.डी.एन. वाजपेयी।
वर्धा/अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के कुलपति प्रो.ए.डी.एन. वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य, में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'विकसित भारत@2047 : युवाओं की आवाज' अभियान के अंतर्गत 12 जनवरी को ‘विकसित भारत@2047: युवा शक्ति’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान समारोह को संबोधित किया।
अपने सम्बोधन में उक्त उद्बोधन अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के कुलपति प्रो.ए.डी.एन. वाजपेयी ने कहा- भारत समग्र विकास की बात करता है, इसमें युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। युवा भविष्य के लिए लक्ष्य को निर्धारित कर काम करता है। आज युवा जिस भी भूमिका में है, उसमें सर्वश्रेष्ठता तय करें। हम विज्ञान इंजीनियरिंग में टॉप कर गए अच्छे मानव नहीं बन पाए तो उसके क्या मायने; इसलिए अच्छे मानव बनें। युवा शक्ति की दृष्टि से भी भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। गुणात्मक दृष्टि से भारत को विकसित करना होगा। वर्ष 2047 में भारत विकसित राष्ट्र बनेगा जहां कोई जातिभेद न हो, क्षेत्रवाद न हो।
इस अवसर पर अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. कृष्ण कुमार सिंह ने स्वागत वक्तव्य में विकसित भारत के लिए युवा शक्ति की भूमिका पर प्रकाश डाला। कुलसचिव डॉ. धरवेश कठेरिया ने प्रो. ए.डी.एन. वाजपेयी का अंग वस्त्र, सूतमाला एवं स्मृति स्मृति चिह्न प्रदान कर भव्य स्वागत किया। साहित्य विद्यापीठ के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. अशोकनाथ त्रिपाठी ने संचालन तथा साहित्य विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. अखिलेश कुमार दुबे ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्व्लन के साथ हुआ । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्ष, अध्यापक, कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।