Wardha/वर्धा/कुलानुशासक और विद्यार्थी कल्याण द्वारा आपात बैठक स्थल पर भी विद्यार्थियों ने हिसंक उपद्रव जारी रखा।
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में विधि विभाग की समस्याओं को लेकर विद्यार्थियों द्वारा विगत दिनों प्रशासन से वार्ता व आंदोलन जारी था। इस दौरान विधि विभाग में व्याप्त कमियों के समाधान के लिए कुलपति ने तत्काल समाधान व समुचित व्यवस्था के लिए विश्वास जताया है। ज्ञात हो कि विधि विभाग की संबद्धता सम्बन्धी लंबित प्रक्रिया और अकादमिक गति हेतु सभी मानक पूरे करने की कार्यवाही की जा चुकी है। इस दौरान विधि विधार्थी आश्वासन के बावजूद लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान कुछ अराजक विद्यार्थियों द्वारा आंदोलन के नाम पर लगातार अराजकता, अभद्रता और प्रशासनिक कार्यवाहियों में बाधा उत्पन्न की जा रही है। विद्यार्थियों द्वारा आंदोलन की आड़ में गाली गलौज, भवनों में काम काज बाधित करने के लिए अराजक विद्यार्थियों का समूह लोगों को भड़काकर कर विश्वविद्यालय का अकादमिक वातावरण भंग कर रहे हैं।
समाधान के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विद्यार्थियों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए तथा किसी अप्रिय घटना व सुरक्षा कारणों से विधि विभाग को 45 दिन के अंदर सभी प्रक्रिया पूरे किए जाने का पुनः अकादमिक कार्य जारी किया जाने का निर्णय लिया गया।
इस दौरान विद्यार्थियों ने हिसंक आंदोलन कर शिक्षकों कर्मचारियों से अभद्रता की। कुछ विद्यार्थी के द्वारा शिक्षकों से धक्का मुक्की की गई। कुलानुशासक और विद्यार्थी कल्याण द्वारा आपात बैठक स्थल पर भी विद्यार्थियों ने हिसंक उपद्रव जारी रखा। यही नहीं फुटेज के अनुसार विद्यार्थी सुरक्षा अधिकारी से हाथापाई भी करते रहे। शिक्षकों से भी मार-पीट करने का प्रयास किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा समाधान करने के बाद भी कुछ विद्यार्थियों द्वारा आंदोलन को अराजक बनाने और भड़काने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों पर इस प्रकार के व्यवहार पर सभी शिक्षकों ने निंदा व्यक्त की है। विश्वविद्यालय में अकादमिक वातावरण में लगातार अकादमिक एवं प्रशासन के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करने वाले विद्यार्थियों को निलंबित भी किया गया है। आगामी दिनों में विधि विभाग की समस्याओं के समाधान हेतु प्रशासन सभी कार्यवाही सकारात्मक सक्रियता के साथ कर रहा है।