Wardha/वर्धा, महाराष्ट्र के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय में इन दिनों किसी प्रोफेसर के आपत्तिजनक अश्लील ऑडियों वायरल का मामला सामने आया है। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्य धारा की मीडिया ने खबरों को उजागर किया है। ऑडियों प्रकरण में किसी अज्ञात महिला को प्रोफेसर द्वारा नौकरी दिलाने की बात कही जा रही है। मीडिया में खबरों के बाद भी अकादमिक जगत और देश भर में प्रतिरोधियों की चुप्पी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विद्यार्थी हितों के अनेक मंच भी अपनी खामोशी अख्तियार किए बैठे हैं। हालांकि छात्र संगठन ABVP ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव को अश्लील ऑडियो की जांच करने के लिए ज्ञापन सौंपा है। इधर देश भर में इस मामले पर लोगों ने ऑडियो की जांच कराने की उम्मीद जताई है। विश्वविद्यालय में अनैतिक कार्यों में संलिप्तता के कारण विगत दिनों एक अधिकारी को त्यागपत्र देना पड़ा था।
विभिन्न मीडिया में इस प्रकरण की खबरें प्रकाशित हो रही है। इस आपत्तिजनक ऑडियों में हिंदी विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के किसी प्रोफेसर पर संदेह जताया गया है। जबकि विश्वविद्यालय में महिला सेल और प्रॉक्टर की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया का आना विवाद को नया मोड़ दे रहा है। सूत्रों के अनुसार मामले की लीपापोती की जा रही है क्योंकि अभी तक ऑडियो की फोरेंसिक जांच शुरू नहीं की गई है। मामला राष्ट्रीय स्तर पर सामने आने के बाद भी आरोपी प्रोफेसर और संकाय से पूछतांछ का पक्ष सामने नहीं आया है। ऐसे में लगता है कि मामले को जांच का विषय बनाने से प्रशासन भी खामोश है। हालांकि विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ता और संगठनों का कहना है कि चुप्पी साधकर अश्लील ऑडियो के पीछे छुपे राज दफन करना किसी संस्थान का अपमान है। ऑडियो की फोरेंसिक जांच कराकर आरोपी पर कार्यवाही की जानी चाहिए।