Wardha/वर्धा/वर्धा/सबसे धनी एवं समृद्ध राज्य महाराष्ट्र में वर्धा जिले में स्थित एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय, महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में आज, 8 जनवरी को स्थापना दिवस मनाया गया।
जिस दौरान विश्वविद्यालय के टैगोर संकुल के निराला प्रेक्षा गृह में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति डॉक्टर भीमराव राय मैत्री ने कहा- हिंदी भाषा और साहित्य की उन्नति के साथ ज्ञान के विभिन्न अनुशासन में अध्ययन, अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए एक समर्थ माध्यम के रूप में हिंदी के सम्यक विकास के प्रधान लक्ष्य के साथ स्थापित इस विश्वविद्यालय ने विगत 27 वर्ष की यात्रा में अनेकों उपलब्धियां अर्जित की है। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए विद्यार्थियों को जीवंत शैक्षणिक और सांस्कृतिक वातावरण उपलब्ध कराकर उनमें सृजनात्मक प्रवृत्तियों का विकास करना इस विश्वविद्यालय की प्रमुख विशेषता रही है। अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों तक भी हिंदी भाषा और साहित्य की पहुंच बनाने में विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मानवीकी, समाजविज्ञान, विधि, प्रबंधन, जनसंचार, समाज कार्य, शिक्षा हिंदी में शिक्षण जैसे विषयों तथा हिंदी भाषा में इन अनुशासन हेतु साहित्य सृजन का कार्य भी इस विश्वविद्यालय द्वारा बखूबी किया गया है। दूर शिक्षा निदेशालय के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्र के विद्यार्थियों को भी विश्वविद्यालय अध्ययन की सुविधा व अवसर उपलब्ध करा रहा है।