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Thursday, Nov 21, 2024,

Literature / Creative Writing / India / Maharashtra / Nagpur
सुभाषितम्

By  / Public Reporter
Sun/Aug 08, 2021, 12:19 PM - IST   0    0
Nagpur/

नागपुर/ सुविचार... 

पात्रविशेषे न्यस्तं गुणान्तरं व्रजति  शिल्पमाधातुः।

जलमिव समुद्रशुक्तौ मुक्ताफलतां पयोदस्य।।

वर्षा की बूँदें जब समुद्र में उत्पन्न सीपियों के अन्दर विशेष परिस्थिति में प्रवेश करती हैं तो कालान्तर में वह मोती बन जाती हैं। इसी प्रकार गुण ग्रहण करने की विशेष क्षमता वाले सामान्य व्यक्ति जब गुणी व्यक्तियों के संपर्क में आते हैं तो वे भी गुणवान हो जाते हैं।

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