- चुनाव आयोग ने दो टूक कहा है नियमों पालन नही करने वालों की रैलियां होंगी रद्द।
- चुनाव आयोग ने पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से और निष्ठा के साथ पालन करे।
पश्चिम बंगाल/ चुनाव आयोग ने दो टूक कहा है नियमों का पालन नही करने वालों की रैलियां, पब्लिक मीटिंग पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। साथ ही स्टार प्रचारक के प्रचार करने पर भी पूरे तरह से रोख लग सकती है।
पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में हो रहे चुनाव के दौरान प्रोटोकॉल धज्जियां उड़ी। अब जबकि बंगाल में भी करीब-करीब आधा चुनाव बीत चुका है। चुनाव औयोग को कोरोना की याद आई है।चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को कोरोना को लेकर चेतावनी दी है साथ ही चुनाव प्रक्रिया के दौरान भी विशेष सख्ती और सजगता बरतने के निर्देश दलों के साथ ही राज्यो के मुख्य निर्वाचन अधिकारी भेजे गए है।
चुनाव आयोग के निर्देशिका के मुताबिक चुनावी रैली और चुनाव प्रचार के दौरान सभी की मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। बिहार चुनाव के दौरान पिछली साल पहली बार ये निर्देशिका जारी की गई थी। आयोग ने बिहार विधान सभा चुनाव के दौरान 29 जुलाई 2020 को ये गाइडलाइन तयार की गई थी।
चुनाव आयोग ने पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से और निष्ठा के साथ पालन करे। आयोग ने दो टूक कहा है कि नियमों का पालन नही करने वालो कि रैलियां,पब्लिक मीटिंग पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। साथ ही स्टार प्रचारक के प्रचार करने पर भी पूरी तरह से रोख लग सकती है। इसलिए सभी राजनीतिक पार्टियों को पालन करना जरूरी है।
चुनाव आयोग की और से ये सख्ती तब आई है जब चार राज्यो में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। बंगाल में भी आठ में से चार चरणों का चुनाव पूरा होने जा रहा है। यानी कि बंगाल में भी आधा चुनाव पूरा हो चुका है। अब आयोग ने राजनीतिक दलों को और उम्मीदवारों को बताया और चेताया है कि उन्हें जनता जनार्दन के आगे अपने व्यवहार और बर्ताव से कोविड़ से जुड़े सभी नियमो का सख्ती से पालन करे।