गोवा/भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) दुनिया के 14 सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा फीचर फिल्म महोत्सवों’में से एक है, जो कि इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (FIAPF) से मान्यता प्राप्त है, जो कि विश्व स्तर पर फिल्म महोत्सवों का संचालन करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था है। कान, बर्लिन और वेनिस जैसे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव दरअसल ऐसे अन्य प्रतिष्ठित फिल्ममहोत्सव हैं, जो इस श्रेणी के तहत एफआईएपीएफ से मान्यता प्राप्त हैं। इस भव्य वार्षिक फिल्ममहोत्सव में पूरी दुनिया और भारत की सर्वश्रेष्ठ फिल्में पिछले कई वर्षों से दिखाई जाती रही हैं, जिसमें भारतीय फिल्म उद्योग के साथ-साथ दुनिया भर की फिल्म हस्तियां प्रतिनिधियों, अतिथियों और वक्ताओं के रूप में इसकी शोभा बढ़ाती हैं। एनएफडीसी के एमडी और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (फिल्म) पृथुल कुमार ने ये बातें कहीं।
इस फिल्म महोत्सव के दौरान 270 से अधिक फिल्में 4 स्थानों - आईनॉक्स पंजिम, माक्विनेज पैलेस, आईनॉक्स पोरवोरिम, जेड स्क्वायर सम्राट अशोक पर प्रदर्शित की जाएंगी। 54वें आईएफएफआई के 'अंतरराष्ट्रीय खंड' में 198 फिल्में दिखाई जाएंगी जो 53वें आईएफएफआई से 18 ज्यादा हैं। इसमें 13 विश्व प्रीमियर, 18 अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर, 62 एशिया प्रीमियर और 89 भारत प्रीमियर होंगे। इस वर्ष आईएफएफआई को 105 देशों से रिकॉर्ड संख्या में 2926 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3 गुना अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रविष्टियां हैं। 'भारतीय पैनोरमा' खंड में भारत की 25 फीचर फिल्में और 20 गैर-फीचर फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। फीचर खंड में ओपनिंग फिल्म मलयालम फिल्म "अट्टम" है, और गैर-फीचर खंड में ओपनिंग फिल्म मणिपुर की "एंड्रो ड्रीम्स" है।
आईएफएफआई के 54वें संस्करण के लिए नई पहल के बारे में बताते हुए श्री पृथुल कुमार ने कहा कि इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य ओटीटी प्लेटफार्मों की समृद्ध सामग्री और इसके रचनाकारों को स्वीकार करना, प्रोत्साहित करना और सम्मान देना है। 15 ओटीटी प्लेटफॉर्म से 10 भाषाओं में 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। विजेता सीरीज को पुरस्कार राशि के रूप में प्रमाणपत्र और 10 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा, जिसकी घोषणा समापन समारोह में की जाएगी। इस क्षेत्र में भारत की ऑस्कर प्रविष्टि को चिह्नित करने और आज फिल्म निर्माण में वृत्तचित्रों के बढ़ते महत्व को उजागर करने के लिए इस वर्ष दुनिया भर के सम्मोहक वृत्तचित्रों का एक डॉक्यू-मोंटाज खंड भी पेश किया गया है। इसके अलावा, फिल्मोत्सव में पहली बार रिस्टोर्ड (पुनर्निर्मित) क्लासिक्स खंड भी पेश किया गया है, जिसमें भारतीय क्लासिक्स की क्षतिग्रस्त सेल्युलाइड रीलों से राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन (एनएफएचएम) के तहत एनएफडीसी-एनएफएआई द्वारा फिर से तैयार की गई फिल्मों के 7 विश्व प्रीमियर शामिल हैं। इसके अलावा, इस खंड में 3 अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्मित फिल्में भी प्रदर्शित की जाएंगी।
प्रख्यात फिल्म निर्माताओं, छायाकारों व अभिनेताओं के साथ 20 से अधिक ‘मास्टरक्लास’ और ‘इन कन्वर्सेशन’ सत्रों से लैस इस वर्ष के आईएफएफआई का एक सप्ताह बेहद रोमांचक होगा। ये सत्र गोवा के पणजी स्थित फेस्टिवल माइल में पुनर्निर्मित एवं नवीनीकृत कला अकादमी में आयोजित किए जायेंगे। इस वर्ष इन सत्रों में माइकल डगलस, ब्रेंडन गैल्विन, ब्रिलेंटे मेंडोज़ा, सनी देओल, रानी मुखर्जी, विद्या बालन, जॉन गोल्डवाटर, विजय सेतुपति, सारा अली खान, पंकज त्रिपाठी, नवाज़ुद्दीन सिद्धिकी, केके मेनन, करण जौहर, मधुर भंडारकर, मनोज बाजपेयी, कार्तिकी गोंसाल्वेस, बोनी कपूर, अल्लू अरविंद, थियोडोर ग्लक, गुलशन ग्रोवर तथा अन्य हस्तियां भाग लेंगी।
पृथुल आज, 19 नवम्बर को पणजी में 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए आयोजित पूर्वावलोकन संबंधी संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। संवाददाता सम्मेलन में ईएसजी की उपाध्यक्ष श्रीमती डेलिलाह एम. लोबो, ईएसजी की सीईओ सुश्री अंकिता मिश्रा, पीआईबी, पश्चिमी जोन की महानिदेशक सुश्री मोनीदीपा मुखर्जी और पीआईबी की महानिदेशक डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़ भी उपस्थित थीं। ईएसजी की उपाध्यक्ष सुश्री डेलिलाह एम. लोबो ने यह कहते हुए सम्मेलन का समापन किया कि आईएफएफआई में दुनिया भर की सर्वश्रेष्ठ फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। उन्होंने गोवा वासियों को अपने घर पर मौजूद इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।