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Saturday, Nov 23, 2024,

Dharm Sanskriti / Post Anything / India / Jharkhand / Garhwa
हिन्दू संस्कृति का प्रतीक है भगवा ध्वज-त्यागी उमाकांत।।

By  Surjit Kumar
Tue/Aug 02, 2022, 09:16 AM - IST   0    0
उमाकांत त्यागी
  • गुरुपूर्णिमा उत्सव अब अपने अंतिम चरण में है
Garhwa/

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा 15 दिनों तक मनाये जाने वाले गुरुपूर्णिमा उत्सव अब अपने अंतिम चरण में है ।इसी क्रम में प्रखंड के भागोडीह गांव स्थित इमली टोला बजरंग बली के मंदिर प्रांगण में शाम 4 बजे से गुरुदक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन स्वंयसेवकों के द्वारा किया गया।जिसमें उपस्थित स्वयं सेवकों ने अच्छत, रोड़ी,पुष्प आदि से भगवा ध्वज को गुरु मान कर पूजा किये एवं अपनी दक्षिणा भी अर्पित किये।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बौद्धिक कर्ता त्यागी उमाकांत ने कहा कि यह भगवा ध्वज भगवान का ध्वज है, उगते एवं डूबते सूर्य के जैसा इसका रंग है जो समानता का संदेश देता है, साथ ही कहा कि हमारे ऋषि मनीषियों ने इसी भगवा ध्वज के मार्गदर्शन में अपनी- अपनी उपलब्धियों को प्राप्त किया है, और इस भगवा ध्वज की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है, पूर्व के काल मे जिस प्रकार सनातन को मानने वाले को दुष्ट शक्तियां परेशान करती थी, उनका यज्ञ करना तक भी राक्षसों को स्वीकार नही था ,तभी भगवान श्रीराम का अवतार होता है, ठीक उसी तरह आज भी सनातन धर्म को मिटाने की सपना देखने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है इसीलिए आज फिर से हर घर से एक राम को निकलने की आवश्यकता है। कहा कि हमारा भगवा ध्वज अखण्ड भारत के नक्शे को भी प्रदर्शित करता है। इस भगवा ध्वज को संघ ने नही बनाया बल्कि आदि काल से ही यह हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति एवं हिन्दू परंपरा का प्रतीक रहा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी शैलेन्द्र कुमार सिंह,ने किया जिसमें शुभाषित -अनूप कुमार, अमृत वचन- रवि कुमार एवं,एकल गीत-सतेंद्र भारती के द्वारा किया गया। मौके पर आरएसएस गढ़वा जिला प्रचार प्रमुख अर्जुन चौधरी, खण्ड कार्यवाह संतोष गुप्ता, बजरंग दल संयोजक प्रताप बियार, विशाल कुमार, दिलील कुमार, चरित्तर यादव, इन्द्रदेव भुइँया, सतीश कुमार, सुमन कुमार, आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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