×
userImage
Hello
 Home
 Dashboard
 Upload News
 My News
 All Category

 Latest News and Popular Story
 News Terms & Condition
 News Copyright Policy
 Privacy Policy
 Cookies Policy
 Login
 Signup

 Home All Category
Sunday, Nov 24, 2024,

Public Grievance / Public Safety / India / Uttar Pradesh / Lucknow
लखनऊ- सात दिन में कम हुए कोरोना के 50 हजार एक्टिव केस, नए मामलों में गिरावट जारी

By  Shantanu Mene
Sat/May 08, 2021, 04:29 AM - IST   0    0
  • बीते सात दिनों में यहां 50 हजार एक्टिव कोविड केस कम हुए हैं
  • स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है।
Lucknow/

लखनऊ/ कोरोना के खिलाफ पूरे दम-खम के साथ  लड़ रहा उत्तर प्रदेश के लिए यह खबर राहत भरी है। बीते सात दिनों में यहां 50 हजार एक्टिव कोविड केस कम हुए हैं, जबकि रिकवरी का दर हर दिन बेहतर होता जा रहा है। यह हाल तब है जबकि प्रदेश में टेस्टिंग का महाभियान जारी है और हर दिन करीब सवा दो लाख टेस्ट हो रहे हैं।
आंकड़ों की गवाही लें तो बीते 30 अप्रैल को कुल 03 लाख 10 हजार केस एक्टिव थे। यह कोरोना काल में अब का सर्वाधिक एक्टिव केस का आंकड़ा है। वही 7 मई को महज एक सप्ताह की अवधि में 55,000 कोरोना एक्टिव केस कम हुए हैं। 24 अप्रैल को सर्वाधिक 38 हजार पॉजिटिव केस आये थे, तब से नए केस में लगातार गिरावट आ रही है। साथ ही, स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है।

रिकवरी दर दिन ब दिन बेहतर होती जा रही है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बीते 24 घंटे में 2,41,403 कोविड टेस्ट किए गए हैं। इसी अवधि में 28,076 नए पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई है, जबकि 33,117 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। वर्तमान में 2,54,118 कुल एक्टिव केस हैं। इनमें 1,98,857 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं।
एक्टिव केस में गिरावट और बेहतर होते रिकवरी दर को संतोषजनक बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-09 को टेस्टिंग क्षमता को और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव-गांव टेस्टिंग का महा अभियान चल रहा है। लोग इसमें सहयोग कर रहे हैं। निगरानी समितियां घर-घर जाएं, स्क्रीनिंग करें, होम आइसोलेशन के मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराएं। लक्षणयुक्त लोगों के बारे में आरआरटी को सूचना देकर उनका एंटीजन टेस्ट कराया जाए।
डीएम और सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि टेस्ट की यह प्रक्रिया गांव में ही हो। सीएचसी/पीएचसी पर जाने की कोई अवश्यकता नहीं है। आरआरटी की संख्या में तीन से चार गुना बढ़ोतरी के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और बेहतर करने की जरूरत है।

By continuing to use this website, you agree to our cookie policy. Learn more Ok