- कम से कम 500 लोगों को कंपनी से निकालने के बाद भी आने वाले दिनों में और भी छंटनी हो सकती है।
- सूत्रों के मुताबिक, यस बैंक में की गई ये छंटनी दरअसल, Yes Bank के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत की गई है और इसके पीछे कॉस्ट कटिंग का हवाला दिया गया है।
नई दिल्ली/प्राइवेट सेक्टर के बैंक, Yes Bank ने अपने 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। बैंक के जुड़े सूत्रों से यह जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार, बैंक ने रिस्ट्रक्चरिंग की कवायद के तहत यह कदम उठाया गया है। बैंक में आगे और कर्मचारियों के छंटनी की आशंका है। यह छंटनी थोक से लेकर ब्रांच बैंकिंग सेगमेंट तक कई क्षेत्रों में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, बैंक ने अपने सभी वर्टिकल से कर्मचारियों को निकाला है। निकाले गए लोगों को तीन महीने के वेतन के बराबर भत्ता दिया गया है। बैंक से छंटनी की खबर आने का शेयर पर कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। 12.30 तक शेयर 0.17% गिरकर 23.98 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। सूत्रों के अनुसार यस बैंक पुनर्गठन की प्रक्रिया में है।
डिजिटल बैंकिंग के जरिये लगात घटाने की तैयारी
जानकारों का कहना है कि बैंक डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल बढ़ाकर अपना ऑपरेशनल कॉस्ट कम करने की कवायद कर रहा है। आपको बता दें कि बैंक के ऑपरेशनल कॉस्ट में पिछले वित्त वर्ष में लगभग 17% की वृद्धि हुई थी। यह कदम ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने की दिशा में देखा जा रहा है। बैंक, जिसका सबसे बड़ा शेयर धारक भारतीय स्टेट बैंक है, परिचालन लाभ को बेहतर बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। वित्त वर्ष 24 के अंत में, यस बैंक का परिचालन लाभ एक साल पहले के 3183 करोड़ रुपये के मुकाबले 6.4% बढ़कर 3386 करोड़ रुपये था।
कर्मचारियों पर बैंक का बढ़ा खर्च
वित्त वर्ष 2024 और 2023 के बीच बैंक का कर्मचारियों के मद में खर्च 12% से अधिक बढ़ गया। बैंक ने वित्त वर्ष 24 के अंत में कर्मचारियों पर 3774 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं, वित्त वर्ष 23 के अंत में कर्मचारियों पर 3363 करोड़ रुपये खर्च हुआ था। वित्त वर्ष 24 के अंत में बैंक के पास लगभग 28,000 कर्मचारी थे। एक साल में 484 लोगों की नियुक्ति हुई। कुल कर्मचारियों में से 23,000 से अधिक कर्मचारी जूनियर प्रबंधन श्रेणी के हैं।
वर्तमान में यस बैंक का मार्केट कैप 75,268 करोड़ रुपए है। इसका शेयर मंगलवार को बीएसई पर 23.95 रुपए के पिछले बंद भाव के मुकाबले 24.02 रुपए पर बंद हुआ। यस बैंक के प्रवक्ता ने कहा, "हम बैंक को चुस्त, भविष्य के लिए तैयार, कुशल, तेज और ग्राहक केंद्रित बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम समय-समय पर अपने संचालन के तरीके की समीक्षा करते हैं और इसके अनुसार वर्कफोर्स को अनुकूलित करते हैं।"
खर्च घटाना चाहता है Yes Bank
यस बैंक डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देकर मैन्युअल हस्तक्षेप में कटौती करने की दिशा में बढ़ रहा है। इसका मकसद लागत में कटौती करना है। वित्त वर्ष 2022-2023 और 2023-2024 में यस बैंक का कर्मचारियों पर खर्च 12 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। 2022-2023 में यस बैंक का कर्मचारियों पर खर्च 3,363 करोड़ रुपए था। 2023-2024 में यह बढ़कर 3,774 करोड़ रुपए हो गया।
छंटनी से कई सेक्शन के कर्मचारी प्रभावित
Yes Bank ने जिन 500 कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया है, उन सभी कर्मचारियों को 3 महीने के वेतन के बराबर राशि दी गई है। एक न्यूजपेपर में छपी ईटी की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि आने वाले महीनों में और छंटनी का अगला दौर देखने को मिल सकता है और बैंक की लिस्ट में कई नाम शामिल हैं। कथित तौर पर Yes Bank Layoff से कई सेक्शन प्रभावित हुए हैं और इनमें होलसेल से लेकर रिटेन यूनिट तक शामिल है।
बैंक ने बताया Layoff का ये बड़ा कारण
सूत्रों के मुताबिक, यस बैंक में की गई ये छंटनी दरअसल, Yes Bank के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत की गई है और इसके पीछे कॉस्ट कटिंग का हवाला दिया गया है। बैंक डिजिटल बैंकिंग की ओर झुकाव पर फोकस करना चाहता है। इसके साथ ही मैन्युअल वर्क मेंकटौती करने का इरादा है। एक सूत्र ने कहा कि चल रही रीस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस से बैंक को अपने ऑपरेशनल खर्चों में कटौती करने में भी मदद मिलेगी।