- डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवक के 1382 पदों पर भर्तियां निकाली थी।
- ग्रामीण डाक सेवक परीक्षा में कथित तौर पर 63 उम्मीदवारों ने फर्जी दस्तावेज जमा किए हैं।
भूनेश्वर/डाक विभाग के भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने गुरुवार को ओडिशा में 67 ठिकानों पर छापेमारी की। इस घोटाले के मामले में एक साल पहले शिकायत दर्ज हुई थी। शिकायत में कहा गया कि ग्रामीण डाक सेवक परीक्षा में कथित तौर पर 63 उम्मीदवारों ने फर्जी दस्तावेज जमा किए हैं।
ओडिशा के इन जिलों में की गई छापेमारी
कथित डाक विभाग घोटाले में 204 अधिकारियों ने छापेमारी की। जिनमें से 122 अधिकारी सीबीआई से और 82 अन्य विभागों के हैं। छापेमारी कालाहांडी, नौपदा, रायगढ़, नबरंगपुर, कंधमाल, केंदुझार, मयूरभंज, बालासोर और भद्रक जिलों के विभिन्न ठिकानों पर की गई। सीबीआई का कहना है कि 'कथित फर्जी दस्तावेज बोर्ड ऑफ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन, इलाहाबाद, पश्चिम बंगाल बोर्ड, कोलकाता, झारखंड एकेडमिक काउंसिल, रांची आदि से जारी किए गए। शिकायत में कहा गया है कि इस मामले में अंतरराज्यीय गिरोह भी शामिल हो सकता है, जो उम्मीदवारों को फर्जी दस्तावेज जारी करता है।
1382 पदों पर निकलीं थी भर्तियां
डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवक के 1382 पदों पर भर्तियां निकाली थी, जिसके लिए उसने 27 जनवरी 2023 को ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे। भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास होने की रखी गई थी। साथ ही स्थानीय भाषा की जानकारी की भी शर्त थी। सभी उम्मीदवारों को एक केंद्रीकृत सर्वर पर अपने शैक्षिक दस्तावेज और प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया गया था। जांच में पता चला कि बालेश्वर, मयूरभंज, कालाहांडी आदि जिलों में 63 उम्मीदवारों ने फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे।
कथित डाक विभाग घोटाले में 204 अधिकारियों ने छापेमारी की। जिनमें से 122 अधिकारी सीबीआई से और 82 अन्य विभागों के हैं। छापेमारी कालाहांडी, नौपदा, रायगढ़, नबरंगपुर, कंधमाल, केंदुझार, मयूरभंज, बालासोर और भद्रक जिलों के विभिन्न ठिकानों पर की गई।