- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, एसएफसी तथा सशस्त्र बलों को इस सफल परीक्षण के लिए बधाई दी है।
- मिसाइल का सफल विकास और इसकी तैनाती सशस्त्र बलों के लिए एक उत्कृष्ट ताकत साबित होगी- रक्षा मंत्री।
ओडिशा/स्ट्रेटजिक फोर्सेज कमांड (एसएफसी) ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ मिल कर 03 अप्रैल, 2024 को लगभग 19:00 बजे ओडिशा के तट पर डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप से नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राइम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। परीक्षण ने अपने विश्वसनीय प्रदर्शन को सत्यापित करते हुए सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा किया जैसा कि टर्मिनल बिन्दु पर रखे गए दो डाउनरेंज जहाजों सहित विभिन्न स्थानों पर तैनात कई रेंज सेंसर द्वारा दर्ज किए गए डाटा से पुष्टि की गई है। इस लांच का अवलोकन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, स्ट्रेटजिक फोर्सेज कमांड के प्रमुख और डीआरडीओ तथा भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, एसएफसी तथा सशस्त्र बलों को इस सफल परीक्षण के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मिसाइल का सफल विकास और इसकी तैनाती सशस्त्र बलों के लिए एक उत्कृष्ट ताकत साबित होगी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने इस सफल उड़ान परीक्षण के लिए एसएफसी और डीआरडीओ के प्रयासों की सराहना की।