- 6 जून तक महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल सहित दक्षिण भारत और पूर्वी भारत में मानसून आ चुका है।
- मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली सहित एनसीआर में हल्की बारिश के साथ धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
मुंबई/मौसम विभाग ने बताया है कि महाराष्ट्र में मानसून दस्तक दे चुका है और अगले चार दिन में यह पूरे प्रदेश में फैल सकता है। मुंबई में 9-10 जून से झमाझम बारिश होने की उम्मीद है। हालांकि, मानसून के दिल्ली पहुंचने में समय लगेगा। लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान में तपते पूरे उत्तर भारत को अब जल्द ही राहत मिलने लगेगी। इस बार मानसून तय समय से चल रहा है। फिलहाल, दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत को तर करते हुए मानसूनी बारिश महाराष्ट्र के दक्षिणी हिस्से को छू रही है।
अगले सप्ताह तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और गुजरात में भी मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। वहीं, आठ जून को महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली सहित एनसीआर में हल्की बारिश के साथ धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। साथ ही 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। एनसीआर में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।
जून के अंत तक मानसून दिल्ली पहुंच सकता है
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 6 जून को मानसून महाराष्ट्र के कोंकण पहुंच चुका है और अगले चार दिन में पूरे प्रदेश में फैल जाएगा। मुंबई में 9-10 जून तक मानसून के पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, दिल्ली के लोगों को गर्मी से राहत मिलने में थोड़ा समय है। 15 जून तक गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में भी मानसून के दस्तक देने की उम्मीद है। 20 जून तक उत्तर प्रदेश और 25 से 30 जून के बीच राजस्थान और दिल्ली में मानसून के पहुंचने की उम्मीद है। राजस्थान के पश्चिमी इलाकों में 5 जुलाई तक मानसून पहुंचेगा। मौसम विभाग ने बताया है कि देश के किस हिस्स में कब तक मानसून पहुंच सकता है। 30 जून तक पूरे देश में बारिश शुरू होने की उम्मीद है।
इस साल मानसून सबसे पहले श्रीलंका पहुंचा था, जहां 19 मई से ही बारिश शुरू हो गई थी। भारत में 30 मई को मानसून ने दस्तक दी। 2 जून तक दक्षिण भारत के चार राज्यों में मानसून दस्तक दे चुका था। मई के अंत में ही उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी बारिश शुरू हो गई थी। 6 जून तक महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल सहित दक्षिण भारत और पूर्वी भारत में मानसून आ चुका है। तूफान रेमल के कारण कई राज्यों में मानसून जल्दी पहुंचा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी राज्यों में मानसून अनुमानित समय से पहले पहुंचेगा। मानसून के फैलने और आगे बढ़ने की रफ्तार कई चीजों पर निर्भार करती है।