New Delhi/राजस्थान के अलवर जिले के शाहजहांपुर बॉर्डर से हरियाणा में घुसे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया है। लाठीचार्ज के बाद किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं। किसानों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई है। हरियाणा पुलिस ने किसानों को धारूहेड़ा के पास रोक दिया था। रविवार को भी हरियाणा के टिकरी बॉर्डर से बड़ी संख्या में किसान वहां पहुंच गए थे। किसानें की संख्या बढ़ने के बाद हरियाणा पुलिस और किसानें के बीच टकराव हुआ। फिलहाल मौके पर तनातनी का माहोल बना हुआ है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दी गई है।
किसानों का यह दल किसान नेता शिंगारासिंह मान, मनजीत सिंह, जगदेव सिंह उर्फ जग्गा प्रधान बठिंडा, गुरुप्रीत सिंह लुधियाना के नेतृत्व में बॉर्डर पर पहुंचा था। इस दौरान हरियाणा प्रशासन की ओर से नरमी बरतते हुए किसानों को एंट्री दे दी गई। लिहाजा इसके बाद बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रालियां हरियाणा बॉर्डर को क्रॉस कर गई।
प्राप्त सूचना के अनुसार रविवार को भारतीय किसान यूनियन एकता, उगराहा के किसान शाहजहांपुर- हरियाणा बॉर्डर पर दिखे। ट्रेक्टर-ट्रॉलियों में आए किसानों ने इस दौरान किसान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। इसमें हरियाणा के रोहतक और हिसार सहित अन्य जिलों के किसान शामिल थे।
भारतीय किसान यूनियन एकता, उगराहा के नेतृत्व में 350 ट्रैक्टर और 35 अतिरिक्त ट्राली लेकर किसान वहां आए थे। करीब 1500 लोग टिकरी बॉर्डर से शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचे हैं।
पीयूसीएल की अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव के नेतृत्व में महिलाएं व राजस्थान महिला कामगार यूनियन जयपुर से भी महिलाओं ने किसानों के समर्थन में शाहजहांपुर बॉर्डर पर नारे लगाए। अगली रणनीति के अनुसार- 6 जनवरी तक यही शाहजहांपुर- खेड़ा बॉर्डर पर ठहरने का फैसला लिया । 6 जनवरी को इन्होंने दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय किया है । इधर किसान संगठन जी.के.स संगठन के रणदीप सिंह राजू के नेतृत्व में किसान आंदोलनकारी ट्रक्टरों तथा अपने निजी वाहनों से संगवारी, बावल की तरफ कूच कर गए है।
भिवाडी एसपी राममूर्ती जोशी ने बताया कि हरियाणा बॉर्डर पर आज टिकरी बॉर्डर से बड़ी संख्या में किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। इनमें से हरियाणा बॉर्डर भी किसानों ने पार कर लिया है। फिलहाल शान्ति व्यवस्था कायम है।