New Delhi/संयुक्त राष्ट्र, पाकिस्तान ने एक बार फिर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत को शामिल किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर में चल रही अशांति' और यूएनएससी के प्रस्तावों के उल्लंघन' के कारण भारत सुरक्षा परिषद के योग्य नहीं है। यूएनएससी में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने इस्लामाबाद की चिंता को उजागर किया। उन्होंने कहा, दक्षिण एशियाई देश भारत ने आजादी के बाद से 20 युद्ध छेड़े और पूरे क्षेत्र में आतंकवाद और अस्थिरता को बढ़ावा दिया, खासकर पाकिस्तान के खिलाफ। अकरम ने कहा, हमारे पास इस राज्य द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के स्पष्ट और पर्याप्त सबूत हैं। भारत सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के उल्लंघन में खड़ा है, जिसमें जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र और निष्पक्ष जनमत संग्रह द्वारा लोगों के आत्मनिर्णय की बात कही गई है। अकरम ने जम्मू-कश्मीर हालात का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने कश्मीरी लोगों के वैध स्वतंत्रता संघर्ष को कुचलने और बड़े पैमाने पर मानव अधिकारों का उल्लंघन करने के लिए 9 लाख सैनिकों को तैनात किया है। जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा है कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ की पाकिस्तानी हरकत पर रोक लगाने की मांग विश्व मंच पर करता रहा है।