New Delhi/नई दिल्ली, अमेरिका की सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ने लद्दाख को चीन का हिस्सा बताने की गलती पर संसदीय समिति से लिखित में माफी मांगी है। कंपनी ने 30 नवंबर तक गलती को सही करने का वादा भी किया है। संसदीय समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी लेखी ने बुधवार को यह जानकारी दी। आगे बताया कि ट्विटर ने हलफनामा दिया है, जिसमें ट्विटर इंक के चीफ प्राइवेसी आफिसर डेमिन केरिन ने दस्तखत किए हैं। यह माफी भारत के नक्शे की गलत जियो टैगिंग को लेकर मांगी गई है। ट्विटर ने 18 अक्टूबर को लद्दाख-लेह को चीन का हिस्सा दिखाया था।
पिछले महीने डेटा प्रोटेक्शन बिल पर संसद की संयुक्त समिति ने ट्विटर को लद्दाख को चीन का हिस्सा दिखाने के लिए फटकार लगाई थी और इसे राजद्रोह के समान बताया था। समिति के सामने पेश हुए ट्विटर के प्रतिनिधियों ने माफी मांगी थी, लेकिन उन्हें बताया गया था कि ट्विटर की यह भूल अपराध की श्रेणी में आती है, जिसने देश की अखंडता पर सवाल उठाए हैं और ट्विटर इंक द्वारा लिखित में माफी मांगी जानी चाहिए।
केंद्र सरकार ने पिछले महीने ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें भारतीय नक्शे को गलत तरीके से पेश करने को लेकर कड़े तौर पर असहमति जताई गई थी। आईटी सचिव अजय साहनी ने चिट्ठी में ट्विटर प्रमुख को चेतावनी दी थी कि देश की संप्रभुता और एकता का निरादर करने की कोई भी कोशिश मंजूर नहीं की जाएगी।