Nagpur/दिल्ली/मेगा पौधरोपण अभियान 25 जुलाई 2023 शुरू हुआ है और 12 अगस्त 2023 तक जारी रहेगा। ऑयल पाम उत्पादन क्षेत्र को 10 लाख हेक्टेयर तक बढ़ाने और वर्ष 2025-26 तक कच्चे ऑयल पाम का उत्पादन 11.20 लाख टन तक बढ़ाने के उद्देश्य से, भारत सरकार ने अगस्त 2021 में राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन- ऑयल पाम का शुभारंभ किया था। इसके अलावा खाद्य तेलों के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि के लिए यह मिशन आयात बोझ को कम करके भारत को 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में सफलतापूर्वक ले जा रहा है। इस मिशन के तहत राज्य सरकारों ने ऑयल पाम प्रसंस्करण कंपनियों के साथ मिलकर 25 जुलाई, 2023 से एक मेगा आयल पाम पौधरोपण अभियान शुरू किया है ताकि देश में ऑयल पाम के उत्पादन को और बढ़ाया जा सके। तीन प्रमुख ऑयल पाम प्रसंस्करण कंपनियां, अर्थात् पतंजलि फूड प्राइवेट लिमिटेड, गोदरेज एग्रोवेट और 3एफ अपने-अपने राज्यों में रिकॉर्ड स्तर पर ऑयल पाम का रकबा बढ़ाने के लिए किसानों के साथ मिलकर सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहीं हैं।यह अभियान 25 जुलाई, 2023 को शुरू हुआ और भारत के शेष राज्यों- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, गोवा, कर्नाटक में 08 अगस्त 2023 तक जारी रहेगा और लगभग 7000 हेक्टेयर रकबे को कवर करेगा, जिसमें से 6500 हेक्टेयर से कहीं अधिक रकबा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना द्वारा कवर करने का लक्ष्य है।असम सरकार 27 जुलाई, 2023 से 05 अगस्त, 2023 तक चलाए जाने वाले मेगा पौधरोपण अभियान के दौरान आठ जिलों में 75 हेक्टेयर से अधिक रकबे में ऑयल पाम की खेती करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। राज्य के लिए इस अभियान में भाग लेने वाली कंपनियों में गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड, पतंजलि फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, 3एफ ऑयल पाम लिमिटेड और केई कल्टिवेशन शामिल हैं।