- सर्व समावेशी है सनातन संस्कृति, स्नेह और प्रेम है इसके मूल तत्व- आचार्य श्री
बिलासपुर। रामनवमी के पावन पर्व पर हरिहर क्षेत्र के दक्षिण मुखी हनुमान गढ़ी में हर्षोल्लास से राम जन्मोत्सव एवं भारतीय नववर्ष मिलन समारोह आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि आचार्य श्री प्रो. अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी जी कुलपति अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, डॉ रवि प्रकाश दुबे कुलपति सी वी रमन विश्वविद्यालय, प्रो गौरव शुक्ला कुलसचिव सी वी रामन विश्वविद्यालय, संरक्षक डॉ एल मढ़रिया, डॉ विनोद तिवारी , डॉ के के साव, डॉ ललित मखीजा, श्रीमती ओमी बी आर वर्मा , डॉ शशिकांत साहू , प्रवीण झा, संजय शर्मा, श्रीमती किरण सिंह, श्रीमती सृष्टि वर्मा, आर के तावडकर के विशेष आतिथ्य में आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि एवं वक्ता आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी कुलपति, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर ने अपने उद्भोधन में कहा कि भगवान श्रीराम का अवतरण दिवस प्राकृतिक रूप से भारतीय संस्कृति की आत्मा है, जिसमें सर्व समावेशी, सभी के प्रति प्रेम भावना, चाहें किसी भी जाति या संप्रदाय के हों। भारतीयता या हिंदुत्व की सनातन परम्परा की यही विशेषता है जो सर्वोपरि है। हरिहर ऑक्सिजोन वृक्षारोपण परिक्षेत्र की वास्तविक व्याख्या करते हुए कहा कि हरिहर भगवान विष्णु और शंकर के नाम की समावेशी संस्था है जो निश्चित ही बिलासपुर के जन कल्याण का कार्य करती है। आज के इस पावन अवसर पर हरिहर के सभी वृक्ष वारियर्स को लगन मेहनत के लिए अंतर्मन से शुभकामनाएं देता हूं ।
कार्यक्रम में हनुमान चालीसा , रामस्तुति, महाआरती पूजन व सम्मान समारोह के उपरांत महाप्रसाद का वितरण एवं अतिथियों को परिक्षेत्र का अवलोकन कराने के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।