- तमिलनाडु में द्रमुक ने कुल 234 में से 133 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है
- छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में द्रमुक से हार का सामना करना पड़ा है
चेन्नई/ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी के इस्तीफे के बाद विधानसभा भंग कर दी गई है। मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने अपना और अपने मंत्रिमंडल का त्यागपत्र सोमवार को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को सौंप दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है।
राज भवन की ओर से सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार तमिलनाडु के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री तिरू एडाप्पडी के. पलानीस्वामी और उनकी मंत्रिपरिषद का त्यागपत्र तीन मई 2021 की अपराह्न से स्वीकार कर लिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्यपाल पुरोहित ने पलानीस्वामी और उनकी मौजूदा मंत्रिपरिषद से वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। साथ ही राज्यपाल ने तमिलनाडु की 15वीं विधानसभा 2016 से 21 को भंग कर दिया है। तमिलनाडु में द्रमुक ने कुल 234 में से 133 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है।
अन्नाद्रमुक के विधायक दल की बैठक सात मई को
अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेताओं- ओ पनीरसेल्वम और के. पलानीसवामी के नेतृत्व में यहां पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की सात मई को बैठक होगी। पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति में सोमवार को कहा गया है कि बैठक यहां अन्नाद्रमुक कार्यालय में होगी।
बैठक में विधायक दल का नेता चुना जा सकता है।अन्नाद्रमुक को छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में द्रमुक से हार का सामना करना पड़ा है। द्रमुक ने राज्य विधानसभा की 234 सीटों में से 133 सीट जीती हैं, जबकि अन्नाद्रमुक के खाते में महज 66 सीट आई हैं।