- 18 सुपर स्पेशलिस्ट सहित 85 फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति कर ली गई है, जो वर्तमान में एमबीबीएस के पहले बैच के 50 प्रशिक्षुओं को पढ़ा रहे हैं।
- अभी तक ओपीडी भवन में लगाई जाने वाली कई जरूरी मशीनरी कोठीपुरा एम्स में नहीं पहुंची है।
बिलासपुर/ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कोठीपुरा में मई के अंत तक ओपीडी शुरू होने की संभावना है। इससे पहले एम्स प्रबंधन ने जनवरी 2021 के अंत तक इसे शुरू करने का दावा किया गया था, लेकिन पहले कोरोना महामारी के चलते लागू लॉकडाउन हुआ और फिर किसान आंदोलन के कारण इसे शुरू करने में देरी हुई है। अब एम्स प्रबंधन और प्रदेश सरकार का दावा है कि मई के अंत तक इसे शुरू कर दिया जाएगा, ताकि कोरोना काल में प्रदेश के लोगों को इसका लाभ मिल सके।
कोठीपुरा एम्स में 18 सुपर स्पेशलिस्ट सहित 85 फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति कर ली गई है, जो वर्तमान में एमबीबीएस के पहले बैच के 50 प्रशिक्षुओं को पढ़ा रहे हैं। वहीं, ओपीडी शुरू होने पर ये ओपीडी में भी सेवाएं देंगे। इसके अलावा ओपीडी के अन्य स्टाफ की नियुक्ति के लिए भी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। एम्स प्रबंधन जनवरी से ही ओपीडी शुरू करने की तैयारी में जुटा है, लेकिन अभी तक ओपीडी भवन में लगाई जाने वाली कई जरूरी मशीनरी कोठीपुरा एम्स में नहीं पहुंची है। जनवरी में प्रबंधन ने एमबीबीएस का सत्र तो शुरू कर दिया था, लेकिन इन्हीं सब कारणों से ओपीडी अभी तक शुरू नहीं पाई।
वन मंत्री राकेश पठानिया ने बताया कि एम्स कोठीपुरा में ओपीडी शुरू करने की औपचारिकताएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। जो भी प्रक्रिया बाकी है, उसे मई अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं मई में इसे शुरू करने की पूरी संभावनाएं हैं। वहीं पीजीआई चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. जगत राम ने बताया कि ओपीडी भवन की औपचारिकताएं पूरी करने के तुरंत बाद ही इसे जनता को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से इसे जनवरी में शुरू करने में समस्याएं आई थी, लेकिन अब इसे जल्द शुरू करने पर ज्यादा काम किया जा रहा है ताकि जल्द से ओपीडी सेवा सुरु हो सके।