हैदराबाद/रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव का आज सुबह निधन हो गया। उन्हें 5 जून को तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से लगातार उनका इलाज चल रहा था। रामोजी राव ने शनिवार सुबह 4:50 पर अपनी अंतिम साँसे ली। रामोजी राव ने हैदराबाद में फिल्म सिटी बनाई। यह फिल्म सिटी सिर्फ भारत ही नहीं पूरी दुनिया में फेमस हुई। रामोजी राव मीडिया आइकॉनिक थे और फिल्मों के सरताज कहे जाते थे। उनका पूरा नाम चेरुकुरी रामोजी राव था। उन्होंने फिल्म और मीडिया हाउस में एक क्रांति ला दी थी। पिछले दिनों से वह बीमार थे और हैदराबाद के अस्पताल में थे। अस्पताल में डॉक्टरों ने उनके दिल में एक स्टेंट लगाया और उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा था। खास बात यह है कि रामोजी राव को कुछ साल पहले कोलन कैंसर हुआ था। इलाज के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गए थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी समेत दिग्गजों ने उनके निधन पर दुख जताया और उन्हें श्रद्धांजली अर्पित किए।
किसान परिवार में जन्मे
रामोजी राव के अर्श से फर्श तक की कहानी लोगों के लिए प्रेरणादायक है। रामोजी राव का पूरा नाम चेरूकुरी रामोजी राव था। रामोजी का जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेडापरुपुडी गांव में हुआ था। वह एक किसान परिवार से थे। उनका जीवन गरीबी में बीता। उन्हें देश में बिजनेस, मीडिया और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने रामोजी ग्रुप की नींव रखी, जिसमें फिल्म स्टूडियो रामोजी फिल्म सिटी के अलावा ईटीवी नेटवर्क, डॉल्फिन होटल्स, मार्गदर्शी चिटफंड और ईनाडू तेलुगु अखबार भी आता है। 2016 में उन्हें शिक्षा, पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
1996 में बसाई थी रामोजी फिल्म सिटी, दुनियाभर में है नाम
दक्षिण भारत के मशहूर फिल्म निर्माता और पद्मविभूषित रामोजी राव ने इस फिल्म सिटी को 1996 में बसाया था। फिल्म निर्माण से जुड़ी मुश्किलों को देखते हुए उन्होंने ऐसी फिल्म सिटी की कल्पना की थी, जिसमें ऐसा कहा जाता है कि फिल्म मेकर यहां सिर्फ स्क्रिप्ट लेकर आते और बनी हुई फिल्म लेकर वापस जाते हैं। यहां हर साल करीब 200 फिल्मों की शूटिंग होती है। अब तक यहां करीब 2000 फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। इसमें हिंदी, भोजपुरी, तेलगू, तमिल, कन्नड़, मल्यालम, बंगाली, उड़िया और अन्य भाषाओं की फिल्में शामिल हैं। हिंदी फिल्मों में यहां कृष-3, जय हो, रोबोट, किस्मत कनेक्शन, सरकार राज, गोलमाल, हिम्मतवाला, चेन्नई एक्सप्रेस और दिलवाले आदि शामिल हैं। बाहुबली फिल्म के दोनों हिस्सों की शूटिंग यहीं पूरी हुई थी।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राव के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें भारतीय मीडिया में क्रांति लाने वाला दूरदर्शी व्यक्ति करार दिया। पीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राव के समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर अमिट छाप छोड़ी है। अपने उल्लेखनीय प्रयासों के माध्यम से उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित किए।
प्रधानमंत्री ने पोस्ट किया,‘‘रामोजी राव गारू में भारत के विकास को लेकर जुनून था। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनसे बातचीत करने और उनके ज्ञान से लाभ उठाने के कई अवसर मिले। इस कठिन समय में उनके परिवार, मित्रों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।’’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संवेदना व्यक्त की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव के निधन पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री रामोजी राव के निधन से भारत ने मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के एक दिग्गज को खो दिया है। एक नवोन्मेषी उद्यमी के रूप में उन्होंने कई उपक्रमों की शुरुआत की। इनमें ईनाडु अखबार, ईटीवी न्यूज नेटवर्क और रामोजी फिल्म सिटी शामिल हैं। पद्म विभूषण से सम्मानित, वे इसलिए सफल हुए क्योंकि उनका दृष्टिकोण अनिवार्य रूप से समाज में निहित था। इस उद्योग में उनके योगदान को लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।'