Cochin/केरल/भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री एस कृष्णन ने दो प्रमुख कार्यक्रम - ‘इंटेलिजेंट इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईआईओटी) सेंसर में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई)’ और भारत के पहले ग्राफीन केंद्र (आईआईसीजी) ग्राफीन सेंटर ‘इंडिया इनोवेशन की केरल के कोच्चि के मेकर्स गांव में शुरुआत की।
आईआईओटी सेंसर में सीओई इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार और केरल सरकार द्वारा मेकर्स विलेज कोच्चि में नेटवर्क, डिवाइस और सेंसर सिस्टम में इंटेलिजेंट सेंसर के अनुप्रयोगों के व्यापक स्पेक्ट्रम को कवर करने वाले इंटेलिजेंट आईओटी सिस्टम के दायरे में सेंसर के विकास को उत्प्रेरित करने के लिये स्थापित एक अनूठी सुविधा है।
भारत का पहला ग्राफीन सेंटर आईआईसीजी भी इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार और केरल सरकार द्वारा टाटा स्टील लिमिटेड के साथ ग्राफीन और 2डी सामग्री प्रणालियों के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास, उत्पाद नवाचार और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेकर्स विलेज कोच्चि में स्थापित किया गया है।
डिजिटल यूनिवर्सिटी केरल (डीयूके) (पूर्व में आईआईआईटीएमके) और सेंटर फॉर मैटेरियल्स फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी (सीएमईटी)-त्रिशूर मेकर्स विलेज कोच्चि में इन केंद्रों की स्थापना के लिये तकनीकी भागीदार हैं। इन एजेंसियों के विशेषज्ञों द्वारा इन केंद्रों पर अनुसंधान एवं विकास, ऊष्मायन, नवाचार, कौशल, क्षमता निर्माण, परीक्षण और प्रमाणन के लिये पूर्ण सुविधा स्थापित की जायेगी।
श्री एस कृष्णन ने इस मौके पर अपने संबोधन में डिजिटल परिवर्तन और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में आईआईओटी सेंसर और ग्राफीन प्रौद्योगिकियों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आईओटी सेंसर और ग्राफीन और 2डी सामग्री के क्षेत्र में स्टार्ट-अप के लिये संपूर्ण इको-सिस्टम का निर्माण देश में इन केंद्रों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने यह भी कहा कि सामग्री से लेकर उत्पाद/ प्रणाली विकास तक का संपूर्ण समाधान संबंधित क्षेत्रों में इन केंद्रों पर प्रदान किया जायेगा।
कार्यक्रम के दौरान, श्री एस कृष्णन ने मेकर विलेज के वार्षिक प्रमुख कार्यक्रम, हार्डटेक 2024 की भी शुरुआत की , जो इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर डिजाइन और विनिर्माण के क्षेत्र में उद्योगों, स्टार्टअप, निवेशकों, शिक्षाविदों, अनुसंधान एवं विकास संगठनों के अगुआ लोगों को एक साथ लायेगा।
इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अपर सचिव श्री भुवनेश कुमार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार श्री राजेश सिंह,इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, केरल सरकार के सचिव डॉ राथन यू केलकर, डिजिटल यूनिवर्सिटी केरल के कुलपति प्रोफेसर साजी गोपीनाथ, टाटा स्टील के न्यू मैटेरियल्स बिजनेस के मुखिया श्री एन साईनाथन और महानिदेशक सीएमईटी, भारत सरकार और केरल सरकार के अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।