Visakhapatnam/विशाखापत्तनम/समुद्री डकैती रोधी अभियानों के लिए अदन की खाड़ी में तैनात मिशन आईएनएस विशाखापत्तनम ने 17 जनवरी, 2024 को रात 23:11 बजे ड्रोन हमले के बाद मार्शल द्वीप के झंडे वाले एमवी जेनको पिकार्डी की संकटपूर्ण स्थिति में मदद की पुकार पर त्वरित कार्रवाई की।
अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी गश्त कर रहे आईएनएस विशाखापत्तनम को जैसे ही मार्शल द्वीप के झंडे वाले एमवी जेनको पिकार्डी की ओर से मदद की मांग की गई, उसने तुरंत 18 जनवरी, 2024 00:30 बजे मदद के लिए जहाज को रोक दिया। चालक दल के 22 सदस्यों (09 भारतीय) के साथ एमवी जेनको पिकार्डी ने बताया कि ड्रोन हमले में कोई हताहत नहीं हुआ और आग नियंत्रण में है।
आईएनएस विशाखापत्तनम से भारतीय नौसेना के ईओडी विशेषज्ञ क्षतिग्रस्त हिस्से का निरीक्षण करने के लिए 18 जनवरी, 2024 की रात में जहाज पर चढ़े। ईओडी विशेषज्ञों ने गहन निरीक्षण के बाद क्षतिग्रस्त हिस्से को आगे जाने के लिए सुरक्षित बना दिया। जहाज अगले बंदरगाह के लिए आगे बढ़ रहा है।