- उपराष्ट्रपति ने धनबाद आईआईटी के 43वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित किया।
- तकनीकी अपनाने में भारतीय प्रतिभा का मुकाबला नहीं- उपराष्ट्रपति।
धनबाद/उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आईआईटी धनबाद के 43वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा यह दीक्षांत समारोह आपकी अकादमिक यात्रा का अंत नहीं है, बल्कि आपको आगे भी सीखते रहना है।
उपराष्ट्रपति ने छात्रों से टेक्नोलॉजी से जुड़ने का आह्वान किया, उन्होंने छात्रों को भारतीय संसद देखने के लिए आमंत्रित किया और उनके साथ लंच करने का भी आमंत्रण दिया। अंत में उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें अपने राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखना चाहिए, भारत का हित सर्वोपरि है, भारतीयता में हमारा विश्वास अटूट है, हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए, हमें अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियां पर गर्व करना चाहिए।
इस अवसर पर श्री सी. पी. राधाकृष्णन, झारखंड के राज्यपाल, श्री वाना गुप्ता, झारखण्ड के स्वास्थ मंत्री, प्रोफ़ेसर प्रेम व्रत, चेयरमैन, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद, प्रोफ़ेसर जे.के. पटनायक, निदेशक आई.आई.टी. (आईएसएम) धनबाद, अकादमिक परिषद के सदस्य, संस्थान के शिक्षक, डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं एवं कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।