Belgaum/बेलगावी/अग्निवीरवायु (महिला) केedue पहले प्रवेश के साथ-साथ अग्निवीरवायु (पुरुष) के दूसरे प्रवेश की पासिंग आउट परेड (पीओपी), इनका आरंभिक प्रशिक्षण के पूरा होने के बाद दो दिसंबर 2023 को वायु सैनिक ट्रेनिंग स्कूल बेलगावी में आयोजित की गयी थी। यह दिन भारतीय वायु सेना के इतिहास में अंकित हो जायेगा, क्योंकि 153 अग्निवीरवायु (महिला) के पहले बैच ने अपने पुरुष समकक्षों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मार्च किया। कुल 2280 अग्निवीरवायु (पुरुष और महिला) प्रशिक्षुओं ने 22 सप्ताह का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया।
भारतीय वायु सेना के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, ट्रेनिंग कमान, एयर मार्शल आर रधीश ने परेड का निरीक्षण किया और प्रशिक्षुओं का अभ्यास और मार्च पास्ट का शानदार प्रदर्शन देखा।
एयर मार्शल ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और सम्मानित किया। श्री रधीश ने परेड को प्रभावशाली और भव्य बनाने के उत्कृष्ट प्रयास के लिये अग्निवीरवायु की सराहना की। उन्होंने आह्वान किया कि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में नयी चुनौतियाँ उभर रही हैं। इसलिये, 22 सप्ताह के दौरान हासिल किये गये युद्ध प्रशिक्षण और सैन्य तैयारियों का उपयोग सैन्य उद्देश्यों की प्राप्ति में किया जाना चाहिये। उन्होंने अग्निवीरवायु को अपने ज्ञान, कौशल को बढ़ाने और हर समय अनुकरणीय तरीके से आचरण करने के लिये भी प्रेरित किया।
श्री रधीश ने अग्निवीरवायु के माता-पिता की भी सराहना की। इन माता-पिता ने देश के लिये इन अग्निवीरवायु के योगदान को स्वीकार करते हुये उन्हें आगे बढ़ाया। ये अग्निवीरवायु दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना का हिस्सा बनने के लिये तैयार हैं।
अग्निवीरवायु के इस जत्थे को अग्निपथ योजना के तहत 28 जून 2023 को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। पासिंग आउट परेड ने उनके बुनियादी सैन्य और स्ट्रीम आधारित प्रशिक्षण को परिलक्षित किया। इस दौरान उन्हें न केवल शारीरिक प्रशिक्षण प्रदान किया, बल्कि अग्निवीरवायु की बौद्धिक और नैतिक क्षमताओं को भी बढ़ाया, जो एक वायु योद्धा के लोकाचार के लिये आवश्यक है।
यह आयोजन उन युवाओं एवं उनके परिवारों के लिये एक महत्वपूर्ण अवसर था, जो प्रभावशाली पासिंग आउट परेड समारोह को देखने के लिये उपस्थित थे।