Nagpur/दिल्ली/केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज आगरा के जीआईसी ग्राउंड में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक की उपस्थिति में अंगदान की शपथ दिलाई। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री वर्चुअली शामिल हुए। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय और उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पोषण मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य भी उपस्थित रहीं। इस अवसर पर आगरा में लगभग 8,000 लोगों ने अंगदान करने का संकल्प लिया। सभा को संबोधित करते हुए डॉ. मांडविया ने कहा कि किसी और की जिंदगी बचाने के लिए अंग दान करने से बड़ी मानव सेवा कोई नहीं हो सकती। उन्होंने "जीवित रहने पर रक्त दान करने और मृत्यु के बाद अंग दान करने" का स्पष्ट आह्वान किया। अंग प्रत्यारोपण के बाद नियमित दवाओं और जांच की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि “सरकार ने अंग प्रत्यारोपण कराने वाले सभी गरीब लोगों को प्रति माह 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है।” उन्होंने आगे कहा, "उनके नियमित चेक-अप की भी व्यवस्था की जाएगी।" उन्होंने यह भी बताया कि 2024 के अंत तक देश के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में ऑर्गन रिट्राइवल की व्यवस्था कर दी जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक और एक अंग दान रजिस्ट्री का भी उद्घाटन किया। अंग दान करने के लिए पंजीकरण करने के लिए, केवल आधार संख्या और आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर ही आवश्यक है। उन्होंने उसी दिन आगरा में 23 एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं और 87 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की आधारशिला भी रखी।