- राजनांदगांव में दो दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इस वजह से शिवनाथ नदी उफान पर है।
- बारिश की वजह से कई जिलों में तापमान गिर गया है।
रायपुर/छत्तीसगढ़ में दो दिनों तक बारिश थमने के बाद फिर से मानसून सक्रिय हो गया है। आज मंगलवार से प्रदेश के अधिकांश भागों पर बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही एक दो जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। वहीं एक जून से अब तक राज्य में 548.9 मिमी औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है। सबसे ज्यादा बीजापुर और कम सरगुजा जिले में बारिश हुई है। प्रदेश के दक्षिण भागों में आज भारी बारिश के आसार हैं। सुकमा, कोरबा, मुंगेली सहित 23 जिलों में भारी बारिश होगी। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश के दक्षिण और पूर्वी हिस्से में चक्रवात बना हुआ है। इसकी ऊंचाई 7 किमी से ज्यादा है। एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास स्थित है। मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, पेंड्रा रोड, कोंटाई और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किमी ऊंचाई पर है। इसके प्रभाव से प्रदेश में बारिश की संभावना है। इसके अलावा एक ट्रफ लाइन कोंटाई, पेंड्रा रोड और बीकेनेर से बंगाल की खाड़ी के पूर्व मध्य हिस्से तक एक ट्रफ लाइन जाती नजर आ रही है। इन सब वजहों से राज्य में जोरदार बारिश होगी। दूसरी ओर, भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर नदी-नाले उफान पर हैं। राजनांदगांव में दो दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इस वजह से शिवनाथ नदी उफान पर है।
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, एक जून से अब तक राज्य में 548.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में एक जून से 29 जुलाई तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1317.3 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 202.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 329.4 मिमी, बलरामपुर में 463.2 मिमी, जशपुर में 352.0 मिमी, कोरिया में 345.2 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 372.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। रायपुर जिले में 477.8 मिमी, बलौदाबाजार में 630.3 मिमी, गरियाबंद में 614.4 मिमी, महासमुंद में 432.8 मिमी, धमतरी में 626.7 मिमी, बिलासपुर में 536.5 मिमी, मुंगेली में 560.2 मिमी, रायगढ़ में 416.4 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 253.4 मिमी, जांजगीर-चांपा में 498.8 मिमी, सक्ती में 380.3 कोरबा में 616.7 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 491.1 मिमी, दुर्ग में 351.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 452.8 मिमी, राजनांदगांव में 638.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 730.9 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 420.4 मिमी, बालोद में 722.9 मिमी, बेमेतरा में 344.7 मिमी, बस्तर में 673.1 मिमी, कोण्डागांव में 649.5 मिमी, कांकेर में 834.9 मिमी, नारायणपुर में 723.8 मिमी, दंतेवाड़ा में 769.9 मिमी और सुकमा जिले में 884.9 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर, कोरिया, बीजापुर, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कांकेर, बिलासपुर, सुकमा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, दंतेवाड़ा, सारंगढ़-बिलाईगढ़, कोंडागांव, मुंगेली, बस्तर, कोरबा, मोहला मानपुर-अंबागढ़ चौकी, गरियाबंद, राजनांदगांव, धमतरी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, दुर्ग, कबीरधाम, बालोद, बेमेतरा में जोरदार बारिश होगी। 29 जुलाई को कांकेर के भानुप्रतापपुर स्टेशन और राजनांदगांव में 8 सेमी पानी गिरा। बारिश की वजह से कई जिलों में तापमान गिर गया है। रायपुर का तापमान 28 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया, जबिक दुर्ग का तापमान 26 के आसपास रिकॉर्ड किया गया।
शिवनाथ नदी उफान पर
दूसरी ओर, राजनांदगांव जिले में पिछले 2 दिनों से हो रही रुक-रुक के बारिश हो रही है। इस वजह से यहां शिवनाथ नदी उफान पर है। इसका जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिला प्रशासन ने शिवनाथ नदी के किनारे बसे गांव में अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जान की व्यवस्था की जा रही है। नदी खतरे की निशान से ऊपर बह रही है. शिवनाथ नदी का रौद्र रूप देखा जा सकता है।
पिछले 24 घंटे में यहां हुई बारिश
पिछले 24 घंटे में सीजी के औंधी में 190 मिमी, खड़गंवा में 170, केशकाल में 160, अंतागढ़ में 150, परहांजूर, भानुप्रतापपुर, बड़े राजपुर में 140, भैरमगढ़ में 130, दुर्गुकोंदल, धनोरा, मानपुर में 120, चारामा 110, कांकेर, फरसगांव में 100, बम्हनीडीह, पोड़ीउपरोडा, पचपेड़ी, नवागढ़, मोहला में 90, सरोना में 80, डभरा, अमलीपदर, बड़ेबचेली, नरहरपुर, कांकेर, गंगालूर, पामगढ़, भोथिया में 70 मिमी बारिश हुई।
प्रदेश में जुलाई की बारिश को कोटा पूरा
करीब पांच साल बाद छत्तीसगढ़ में जुलाई के महीने में होने वाली बारिश का कोटा पूरा हो गया है। प्रदेश अब तक कुल वर्षा के मामले में पांच प्रतिशत से अधिक की स्थिति में आ गया है। राज्य में अब तक 538 मिमी. बारिश हो चुकी है जो औसत 519 से अधिक है। अगले चार दिन तक मानसूनी गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 31 जुलाई तक कुछ जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। अगस्त की शुरुआत में इसकी गतिविधि और बढ़ने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ का आंध्र- तेलंगाना से संपर्क कटा
बस्तर में बारिश के चलते छत्तीसगढ़ का सड़क संपर्क आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से कट गया है। कोंटा से होकर बहने वाली शबरी और आंध्रप्रदेश के भद्राचलम में गोदावरी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ गया है। वहीं कांकेर में तेज बारिश से किसकोड़ो गांव में मकान ढहने से 6 माह की बच्ची की मौत हो गई, रविवार शाम की इस घटना में मां भी गंभीर रूप से घायल है जिसे नारायणपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शबरी और गोदावरी उफान पर
इस साल तीसरी बार गोदावरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। रविवार देर शाम गोदावरी नदी का जलस्तर 49 फीट रिकॉर्ड किया गया, जबकि शबरी का जलस्तर 14.340 मीटर दर्ज किया गया।
केंदा घाटी पर घना कोहरा छाया, दिन में भी वाहन लाइट ऑनकर चलाना पड़ रहा है
पेंड्रा से बिलासपुर जाने वाले मार्ग में केंदा घाटी के पास घना कोहरा छाया हुआ है। कोहरा इतना घना है कि दिन में भी वाहनों को लाइट ऑन कर चलाना पड़ रहा है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है। जिसके कारण मौसम सुहाना हो गया है।
खूंटाघाट डैम लबालब
बिलासपुर में इस बार सावन महीने में अच्छी बारिश हो रही है, जिसके कारण अब सूखी अरपा में भी बाढ़ जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। खूंटाघाट डैम लबालब हो गया है और वेस्ट वियर से पानी छलकने लगा है। वहीं, रिवर व्यू रोड और शनिचरी रपटा में बाढ़ का पानी भरने से आवागमन बाधित हो रहा है।