×
userImage
Hello
 Home
 Dashboard
 Upload News
 My News
 All Category

 Latest News and Popular Story
 News Terms & Condition
 News Copyright Policy
 Privacy Policy
 Cookies Policy
 Login
 Signup

 Home All Category
Friday, Oct 18, 2024,

You Must Know / Discover / India / Ladakh / Leh
लेह-लद्दाख: दुनिया का सबसे ठंड मरुस्थल, घूमने के लिए सबसे बेहतरीन जगहों में से एक

By  AgcnneduNews...
Mon/Jun 03, 2024, 09:51 AM - IST   0    0
  • लद्दाख का इतिहास प्राचीन समय के लगभग 1,000 ईसा पूर्व तक का माना जाता है।
  • लद्दाख की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, कृषि, और हस्तशिल्प पर निर्भर करती है।
Leh/
लद्दाख/लद्दाख भारत के उत्तर में स्थित एक प्रमुख क्षेत्र है, जो जम्मू-कश्मीर के विभाजन के बाद केंद्र शासित प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आया। लद्दाख को उसके अद्वितीय भूगोल, संस्कृति, और पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। लद्दाख हिमालय पर्वत श्रृंखला के उत्तरी भाग में स्थित है। यह भारत, पाकिस्तान, और चीन की सीमाओं से सटा हुआ है। यह दो प्रमुख जिलों में विभाजित किया गया है - लेह और कारगिल। लद्दाख का भूभाग ज्यादातर पहाड़ी और बंजर है। यहाँ की ऊँचाई समुद्र तल से लगभग 3,500 मीटर (11,500 फीट) से अधिक है। यहाँ का मौसम ठंडा रेगिस्तानी है। यहाँ सर्दियों में तापमान -20 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि गर्मियों में यह 20 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
 
लद्दाख का इतिहास प्राचीन समय के लगभग 1,000 ईसा पूर्व तक का माना जाता है। यह क्षेत्र सिल्क रूट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। मध्यकाल में 10वीं शताब्दी में लद्दाख में बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ। यहाँ कई बौद्ध मठ और गोम्पा भी बनाए गए। और आधुनिक काल अर्थात 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद लद्दाख जम्मू-कश्मीर राज्य का हिस्सा बना। 2019 में, जम्मू-कश्मीर राज्य के पुनर्गठन के बाद लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया।
 
लद्दाख की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, कृषि, और हस्तशिल्प पर निर्भर करती है। यहाँ के लोग जौ, गेहूँ, और सब्जियों की खेती करते हैं। लद्दाखी हस्तशिल्प, जैसे कि पेंटिंग्स, कालीन, और वस्त्र, भी प्रमुख रूप से जाने जाते हैं।
 
लद्दाख में बौद्ध धर्म और इस्लाम प्रमुख धर्म हैं। लेह में मुख्य रूप से बौद्ध समुदाय रहता है, जबकि कारगिल में मुस्लिम समुदाय की अधिकता है। भाषा की बात करें तो लद्दाख में लद्दाखी, हिंदी, उर्दू, और अंग्रेजी भाषाएँ बोली जाती हैं। त्योहारों में लद्दाख में हेमिस महोत्सव, लद्दाखी नववर्ष (लोसर), और साका दावा प्रमुख त्योहार हैं। ये त्योहार मुख्य रूप से बौद्ध धर्म से जुड़े होते हैं।
 
लद्दाख के प्रमुख पर्यटन स्थल
  • लेह पैलेस: यह 17वीं शताब्दी में बना एक ऐतिहासिक महल है, जो लेह शहर में स्थित है।
  • पांगोंग त्सो झील: यह झील भारत-चीन सीमा पर स्थित है और अपनी अद्वितीय नीली पानी और सुरम्य दृश्य के लिए प्रसिद्ध है।
  • नुब्रा घाटी: यह क्षेत्र ऊँचे पहाड़ों, बर्फीले रेगिस्तानों और गर्म झरनों के लिए जाना जाता है।
  • शांति स्तूप: यह एक बौद्ध स्तूप है, जो लेह में स्थित है और शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
  • कारगिल युद्ध स्मारक: यह स्मारक 1999 के कारगिल युद्ध के शहीदों की याद में बनाया गया है।
कैसे पहुंचे लद्दाख
  • सड़क मार्ग: लेह मनाली और श्रीनगर से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। ये सड़कें गर्मियों में खुली रहती हैं और सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण बंद हो जाती हैं।
  • वायु मार्ग: लेह में कुशोक बकुला रिनपोचे हवाई अड्डा है, जो दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
लद्दाख की यह समग्र जानकारी इस क्षेत्र के अद्वितीय और विविध पहलुओं को उजागर करती है, जो इसे भारत का एक महत्वपूर्ण और आकर्षक भाग बनाती है।
 
लद्दाख घूमने का सहीं समय
  • लद्दाख घूमने का सही समय गर्मियों में होता है, जब मौसम सुहावना और यात्रा के लिए अनुकूल होता है। यहाँ के विभिन्न मौसमों के अनुसार लद्दाख घुमने के लिए सहीं वातावरण को जानना आवश्यक है। 
गर्मीयों में (मई से सितंबर)
  • मई से जून: यह समय लद्दाख यात्रा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस समय अधिकांश सड़कें खुल जाती हैं, और मौसम भी सुखद होता है।
  • जुलाई से सितंबर: इस दौरान भी यात्रा की जा सकती है, लेकिन मॉनसून के कारण सड़कें कभी-कभी प्रभावित हो सकती हैं। लेह-मनाली और श्रीनगर-लेह मार्ग इस समय खुली रहती हैं।
शरद ऋतु में (अक्टूबर)
  • अक्टूबर के महीने में लद्दाख का मौसम ठंडा होने लगता है। इस समय पर्यटन स्थल कम भीड़-भाड़ वाले होते हैं, और आप शांतिपूर्ण यात्रा का आनंद ले सकते हैं। हालाँकि, सर्दियों की शुरुआत होने के कारण कुछ ऊँची जगहों पर बर्फबारी शुरू हो सकती है।
सर्दी (नवंबर से अप्रैल)
  • नवंबर से फरवरी: लद्दाख का वातावरण सर्दियों में अत्यंत ठंडा होता है, और तापमान -20 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। अधिकतर सड़कें बंद रहती हैं, और यहाँ पहुँचना मुश्किल हो सकता है। लेकिन इस समय 'चादर ट्रेक' जैसे अद्वितीय अनुभवों का आनंद लिया जा सकता है, जो जमी हुई ज़ांस्कर नदी पर किया जाता है।
  • मार्च से अप्रैल: धीरे-धीरे मौसम में सुधार होने लगता है, लेकिन फिर भी यह समय बहुत ठंडा हो सकता है।
लद्दाख जाने से पहले जान लें ये खास बातें
  • गर्मी के कपड़े: गर्मियों में भी लद्दाख में रातें ठंडी हो सकती हैं, इसलिए हल्के गर्म कपड़े रखें।
  • सर्दी के कपड़े: सर्दियों में यात्रा करने पर अत्यधिक ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े, जैकेट्स, दस्ताने और गर्म जूते जरूर रखें।
  • स्वास्थ्य: ऊँचाई पर स्थित होने के कारण यहाँ की ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है। ऊँचाई की बीमारी (altitude sickness) से बचने के लिए धीरे-धीरे चढ़ाई करें और पर्याप्त आराम करें।
  • परिवहन: लेह में वाहन किराए पर उपलब्ध हैं, लेकिन सुनिश्चित करें कि आप अच्छी कंडीशन में वाहन का चुनाव करें।
लद्दाख का सबसे अनुकूल समय गर्मियों का है, जब आप आरामदायक मौसम और खुली सड़कों का आनंद ले सकते हैं। इसीलिए लद्दाख घूमने का सबसे अच्छा समय गर्मियों यानि कि मई-जून को माना जाता है।
By continuing to use this website, you agree to our cookie policy. Learn more Ok