- कोराना वैक्सीन से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल (पार्ट-2)
कोराना वैक्सीन से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल (पार्ट-2)
पात्र लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाईल नंबंर के माध्यम से वैक्सीनेशन और उसके निर्धारित समय के बारे में स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा सूचित किया जाएगा।
भारत दुनिया के सबसे बड़े प्रतिरक्षीकरण कार्यक्रमों में से एक चलाता है, जो 26 करोड़ से अधिक नवजात शिशुओं और 1 करोड़ से अधिक महिलाओं के वैक्सीनेशन की जरूरतों को पूरा करता है।
सरकार ने उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता पर वैक्सीनेशन के लिए चिन्हित किया है। पहले समूह में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल रहेंगे। दूसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा वे लोग जो पहले से ही किसी रोग से ग्रसित हैं। इसके बाद वैक्सीन को अन्य सभी जरूररतमंदों को उपलब्ध कराया जाएगा।
कोविड वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और अधिक प्राधिकरण से विनियामक मंजूरी के बाद ही शुरू की गई। जैसा कि अन्य वैक्सीन के साथ होता है। कुछ व्यक्तियों में सामान्य दुष्प्रभाव, हल्का बुखार, दर्द आदि हो सकता है। राज्यों को कोरोना से संबंधित किसी भी दुष्प्रभाव से निपटने के लिए व्यवस्था करना शुरू करने के लिए कहा गया है।
हॉ। इनमें से एक या एक से अधिक स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले व्यक्तियों को एक उच्च जोखिम वाला श्रेणी माना जा सकता है।
प्रारंभिक चरण में सीमित वैक्सीन की आपूर्ति के कारण, इसे पहले प्राथमिकता वाले समूहों में लोगों को प्रदान किया जाएगा। बाद के चरणों में, वैक्सीन अन्य सभी को उपलब्ध कराया जाएगा।
हॉ। कोरोना वैक्सीन की समुचित खुराक मिलने पर, लाभार्थी को अपने मोबाइल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा। वैक्सीन की सभी खुराक देने के बाद एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी उनके नंबर पर भेजा जाएगा।
कोरोना वैक्सीन लेने के बाद आपको कम से कम आधे घंटे तक वैक्सीनेशन केंद्र या स्थल पर ही रहना चाहिए। वैक्सीन लेने के बाद आपको किसी प्रकार की समस्या होती है तो तुरंत स्थास्थ्य कर्मी या नजदीकी स्वास्थ्य केद्र से संपर्क करें।
पंजीकरण के समय फोटो के साथ आधार/ड्राइविंग लाइसेंस/वोटर आईडी/पैन कार्ड/ पासपोर्ट/जॉब कार्ड/पेंशन दस्तावेज/ बैंक पासबुक में से कोई एक प्रमाण पत्र आपको साथ में रखना है।