×
userImage
Hello
 Home
 Dashboard
 Upload News
 My News
 All Category

 Latest News and Popular Story
 News Terms & Condition
 News Copyright Policy
 Privacy Policy
 Cookies Policy
 Login
 Signup

 Home All Category
Saturday, Nov 23, 2024,

Education / College / India / Jharkhand / Jamshedpur
जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट : प्लेटिनम जुबली समारोह

By  AgcnneduNews...
Sun/Dec 10, 2023, 06:11 AM - IST   0    0
  • जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा जमशेदपुर नवाचार और उद्यम को परिभाषित करता है।
  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज, 10 दिसंबर को अपनी एकदिवसीय यात्रा पर झारखंड पहुंचे, उपराष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका झारखंड राज्य का प्रथम दौरा है।
Jamshedpur/

जमशेदपुर/उपराष्ट्रपति ने जमशेदपुर के जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्लेटिनम जुबली समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज, 10 दिसंबर को अपनी एकदिवसीय यात्रा पर झारखंड पहुंचे, उपराष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका झारखंड राज्य का प्रथम दौरा है। 

अपने सम्बोधन में जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा जमशेदपुर नवाचार और उद्यम को परिभाषित करता है। यह संस्थान उसी प्रतीक है।

समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा-  भारत आज तेज गत से विकास यात्रा पर आगे बढ़ रहा है और यह अब बढ़त अजेय है, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और अब हम दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी बनने की राह पर हैं, हमने यू.के. को पीछे छोड़ा है और अब जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ने वाले हैं। वहीं विश्व बैंक के अध्यक्ष के बयान का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा- विश्व बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि भारत ने डिजिटल क्षेत्र में पिछले एक दशक में जो करिश्मा किया है वह 47 सालों में भी संभव नहीं था। आज दुनिया में भारत का डंका बज रहा है, हमारे यहां जितना डिजिटल ट्रांजेक्शन होता है वह अमेरिका, यूके, फ्रांस और जर्मनी के ट्रांजेक्शन से चार गुना से भी अधिक है। हमारी प्रतिभा का तो कोई मुकाबला ही नहीं है। हम टेक्नोलॉजी को सहज ही ग्रहण करते हैं, भारत का प्रति व्यक्ति इंटरनेट डाटा कंजप्शन अमेरिका और चीन के प्रति व्यक्ति इंटरनेट डाटा कंजप्शन से भी अधिक है। भारत ने ढाई साल में संसद के नाम नया भवन का निर्माण किया है वह देखने लायक है। उसके अंदर की तकनीकी नजारा देखकर हम स्तब्ध रह जाते हैं, इतने विशाल भवन का निर्माण इतने कम समय में किसी भी देश के द्वारा आज तक संभव नहीं हुआ।

उपराष्ट्रपति ने भारत की उपलब्धियां की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया के शीर्ष दस कन्वेंशन सेंटर में से दो कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम और यशोभूमि आज भारत में मौजूद हैं उन्हें देखकर भारत की  बदलती तस्वीर का अंदाजा लगाया जा सकता है।

उपराष्ट्रपति ने छात्रों से आर्थिक राष्ट्रवाद को अपनाने का आग्रह करते हुए कहा कि आर्थिक राष्ट्रवाद विकसित भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अंत में उपराष्ट्रपति ने छात्रों से कहा कि हमें अपने राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखना चाहिए, भारत का हित सर्वोपरि है, भारतीयता में हमारा विश्वास अटूट है, हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए, हमें अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियां पर गर्व करना चाहिए।

इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल श्री सी. पी. राधाकृष्णन, संस्थान के अध्यक्ष, टी. वी. नरेंद्रन, संस्थान के निदेशक, फादर एस. जॉर्ज, फॉदर डोनाल्ड डिसिल्वा, सुनील कुमार गुप्ता, आमंत्रित अतिथिगण संस्थान के शिक्षक, छात्र-छात्राएं, एवं कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

By continuing to use this website, you agree to our cookie policy. Learn more Ok