- अलग-अलग धार्मिक समुदाय से ताल्लुक रखने वाला जोड़ा गिरफ्तार, लड़के को जेल, लड़की को आश्रय गृह
- विहिप ने पुलिस को लड़की को ढूंढ़ने के लिए 24 घंटे का
- 200 से अधिक लोगों के खिलाफ पुलिस स्टेशन के अंदर हंगामा काटने के लिए मामला दर्ज किया गया।
- विहिप
उत्तर प्रदेश, बरेली जिले के किला थाना क्षेत्र में हिंदू कार्यकर्ताओं द्वारा अलग-अलग धर्म के लड़के-लड़की की शादी को लेकर जबरदस्त विरोध किए जाने के चार दिन बाद पुलिस ने जोड़े को राजस्थान से हिरासत में ले लिया है। उन्हें शनिवार को वापस उत्तर प्रदेश में लाया गया है। लड़के पर डकैती के साथ-साथ जालसाजी का आरोप लगाया गया है, उस पर फर्जी आधार कार्ड के जरिए पहचान छिपाने का आरोप हैं। उसे एक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। लड़की को मेडिकल जांच के लिए और बाद में आश्रय गृह भेज दिया गया। लड़की ने कहा कि वह नाबालिग नहीं है और अपने पार्टनर के साथ रहना चाहती थी, जो अल्पसंख्यक समुदाय से है। उसने पहचान-पत्र भी दिखाया, जिसमें उसकी उम्र 19 साल है। पुलिस ने कहा कि लड़की अपने घर से 5 लाख रुपए नकद लेकर लड़के के साथ भाग गई थी, जिसमें से 3 लाख रुपए राजस्थान में जिस होटल में दोनों ठहरे थे, वहां से बरामद किया गया।
बरेली के एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा कि वे वास्तविक उम्र निर्धारित करने के लिए लड़की के मैट्रिक्युलेशन सर्टिफिकेट का सत्यापन करेंगे। उन्होंने कहा, "उसका बयान मंगलवार को एक मजिस्ट्रेट द्वारा दर्ज किया जाएगा जो उसकी कस्टडी पर फैसला लेगा।' विहिप और कुछ अन्य संगठनों के सदस्यों ने 20 अक्टूबर को किला पुलिस स्टेशन पर हंगामा किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह 'लव जिहाद' का मामला है। 200 से अधिक लोगों के खिलाफ पुलिस स्टेशन के अंदर हंगामा काटने के लिए मामला दर्ज किया गया। लड़के के परजिनों ने कहा कि दोनों आपसी रिश्ते में थे। लड़के के एक अंकल ने कहा, "जब दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं तो यह लव जिहाद का मामला कैसे हो गया? दोनों परिवार उनके रिश्ते के खिलाफ थे और उन्हें अलग करने की कई बार कोशिश की।' विहिप नेता इस बात पर अड़े थे कि महिलाओं को ऐसे "लव जिहाद' के मामलों से "सुरक्षित' रहने की जरूरत है। विहिप के बरेली इकाई के जिला अध्यक्ष पवन कुमार अरोड़ा ने कहा कि लड़की उस लड़के के जाल में फंस गई, जिसने उसे उसके ही धर्म का होने का ढोंग किया। उन्होंने कहा कि विहिप "लव जिहाद' के मामलों के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी। एक संबंधित घटना में शनिवार को शाहजहांपुर में एक सिख लड़की के दूसरे समुदाय के एक युवक के साथ भागने के बाद विहिप के सदस्यों ने सिख समुदाय के लोगों के साथ, एक अन्य पुलिस थाने का घेराव किया।
इससे पहले, विहिप ने पुलिस को लड़की को ढूंढ़ने के लिए 24 घंटे का "अल्टीमेटम' दिया था, जिसमें उसने दावा किया था कि वह नाबालिग थी। पुलिस ने कहा कि लड़की के नाबालिग होने के दावे के समर्थन में परिवार ने कोई दस्तावेज नहीं दिया है। शाहजहांपुर के एसएसपी एस. आनंद ने कहा कि दोनों का पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। एक दोस्त, जिसने जोड़े को भागने में मदद की, को अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया, जबकि लड़के के परिवार के एक सदस्य को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। सिख पंजाबी महासभा के जिला अध्यक्ष वी.पी. सिंह ने कहा कि अगर लड़की पांच दिनों के अंदर नहीं मिली तो वे राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि लड़का और लड़की पिछले चार वर्षों से एक-दूसरे को जानते थे।