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Friday, Oct 18, 2024,

Crime / Murder / India / Madhya Pradesh / Jabalpur
हाथरस की हाय-तौबा- शर्मसार हो रही गांधी की आत्मा

By  / Public Reporter
Thu/Jan 01, 1970, 05:30 AM - IST   0    0
  • हाथरस मामला : हाई कोर्ट ने मृतका के पुलिस द्वारा जबरिया अंतिम संस्कार करने पर स्वत संज्ञान लिया
  • योगी सरकार को फटकार लगाई, डीजीपी से लेकर एसपी, डीएम तक को किया तलब
  • मृतका के गांव जा रहे राहुल-प्रियंका को वापस भेजा, धक्का-मुक्की में गिरे राहुल को लगी चोट
  • यूपी के एडीजी ने कहा- रिपोर्ट में युवती से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई
  • मामले में जातीय उन्माद फैलाने की साजिश- पुलिस कार्रवाई की चेतावनी
  • राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्य सरकार को नोटिस दिया है।
Jabalpur/

उत्तर प्रदेश/लखनऊ/ हाथरस/ के सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मृत्यु और पुलिस द्वारा जबरन अंतिम संस्कार करने के विरोध में दूसरे दिन गुरुवार को भी पूरे देश में जोरदार धरना-प्रदर्शन हुए। दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, देहरादून, वाराणसी सहित कई शहरों में प्रदर्शन कर पीड़िता के परिवार को इंसाफ दिलाए जाने की मांग की। तो इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने पीड़िता के शव का पुलिस द्वारा जबरिया अंतिम संस्कार करने के मामले पर स्वत: संज्ञान लिया और अपर मुख्य सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, हाथरस के डीएम व एसपी को नोटिस जारी कर उन्हें 12 अक्टूबर को कोर्ट में तलब किया है। पीठ ने केस को ‘सभ्य और गरिमापूर्ण अंतिम संस्कार का अधिकार’ के नाम से दर्ज करने का निर्देश दिया है। जस्टिस राजन रॉय और जसप्रीत सिंह की पीठ ने हाथरस पुलिस के बर्बर, क्रूर और अमानवीय व्यवहार पर राज्य सरकार से भी जवाब मांगा है।

पीठ ने कहा कि गांधी जयंती पर हमें कमजोरों के प्रति उनकी भावनाओं को याद करना चाहिए। पीठ ने हाथरस पुलिस और प्रशासन के कृत्य पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर उनके करीब 250 गाड़ियों के काफिले को रोक दिया। इसके बाद पैदल जा रहे राहुल, प्रियंका, पार्टी के अन्य नेताओं से पुलिस की धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया, जिसमें कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को भी चोट आईं। राहुल ने कहा कि पुलिस ने उन्हें धकेल कर गिरा दिया, डंडे बरसाए। उनके हाथ में चोट लगी है।

निर्भया केस को लेकर चर्चित सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा कुशवाहा को भी पुलिस ने पीड़िता के गांव नहीं जाने दिया। नाराज कुशवाहा ने कहा कि मुझे भी पेट्रोल डालकर जिंदा जला दो।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतका के शव को जबरन पुलिस द्वारा जलाए जाने पर कहा कि जिस तरह से माता सीता की अग्नि परीक्षा ली गई थी, उसी तरह से पीड़िता के शव को अंधेरी रात में चिता पर जलाया गया।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यूपी नहीं संभल रहा है। उन्हें वापस गोरखपुर मठ भेजें या राम मंदिर निर्माण का काम दिया जाना चाहिय।

पुलिस ने मृतका के पिता के नाम से चिट्ठी जारी कर लोगों से धरना-प्रदर्शन न करने की अपील करवाई है।

भाजपा विधायक ने हत्या का केस दर्ज करने की मांग की

भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को चिट्ठी लिखकर प्रदेश के डीजीपी, हाथरस के एसपी व डीएम पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने, फास्ट ट्रैक कोर्ट में सजा दिलाने की मांग की है। चिट्ठी की प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष देव सिंह को भेजी है। लिखा है कि देश की आजादी के बाद यह पहली घटना है, जिसमें पुलिस प्रशासन ने शीर्ष अधिकारियों के इशारे पर दुष्कर्म एवं बर्बर हत्या की पीड़िता के शव को जला दिया और सनातन धर्म के मूल्यों को धता बताया।

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